Bhartiya Sanvidhan Kya Hai: Bhartiya Sanvidhan Ke Sanshodhan| भारतीय संविधान क्या है? भारती संविधान के संशोधन

Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:भारतीय संविधान, भारत के सर्वोच्च कानूनिक दस्तावेज है जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को पूर्णरूप से प्रभावी हुआ। इसका प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनकी संविधान समिति द्वारा तैयार किया गया था. भारतीय संविधान भारत की संविधानिक और कानूनी प्रणाली का आधार है और इसमें भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को प्रतिष्ठित किया गया है। Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान क्या है ?

भारतीय संविधान, भारत के सर्वोच्च कानूनिक दस्तावेज है जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को पूर्णरूप से प्रभावी हुआ। इसका प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनकी संविधान समिति द्वारा तैयार किया गया था. भारतीय संविधान भारत की संविधानिक और कानूनी प्रणाली का आधार है और इसमें भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को प्रतिष्ठित किया गया है।

भारतीय संविधान क्या हैं?

भारतीय संविधान क्या है ChatGPTभारतीय संविधान, भारत के सर्वोच्च कानूनिक दस्तावेज है जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को पूर्णरूप से प्रभावी हुआ। इसका प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनकी संविधान समिति द्वारा तैयार किया गया था.

भारतीय संविधान भारत की संविधानिक और कानूनी प्रणाली का आधार है और इसमें भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को प्रतिष्ठित किया गया है।Userभारतीय संविधान की क्या आवश्यकता है ChatGPTभारतीय संविधान की कई महत्वपूर्ण आवश्यकताएँ हैं:संरक्षण और सुरक्षा: संविधान भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा करता है और उन्हें सुरक्षित रखने का माध्यम प्रदान करता है.संविधानिक व्यवस्था: इसके माध्यम से भारत की संविधानिक व्यवस्था की संरचना, कार्यप्रणाली और संविधानिक संरचना निर्धारित होती है.सरकार का काम: संविधान से सरकार के कामकाज के तरीके, शक्तियों और कर्तव्यों को निर्धारित किया जाता है

.न्यायिक प्रणाली: संविधान न्यायिक प्रणाली की आधार और सीमाएँ स्थापित करता है और न्यायिक प्रक्रिया को संविधान के माध्यम से स्थायी बनाता है.नागरिक सहायता: संविधान नागरिकों को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए साहायक बनाता है और उन्हें सरकार के प्रति उनके अधिकारों के प्रति जागरूक होने में मदद करता है.संविधान भारतीय डैमोक्रेसी के मूल और स्थायी आधार के रूप में कार्य करता है और नागरिकों के अधिकार और कर्तव्यों को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान में कितने संशोधन है ?

भारतीय संविधान को अब तक कई बार संशोधित किया गया है, और ये संविधान संशोधन (Amendment) के रूप में जाने जाते हैं। संविधान के संशोधन की प्रक्रिया आनुषंसित होती है और यह लोकसभा और राज्यसभा के बहुमत से पारित होते हैं.भारतीय संविधान में कुल 106 संशोधन (Amendments) हुए हैं जो जनवरी 2021 तक जारी किए गए थे. कृपया ध्यान दें कि इस संख्या में अंतरिम और अस्थायी संशोधन शामिल हैं, जिन्हें अस्थायी संशोधन के रूप में नहीं गिना जाता है।

Bhartiya Sanvidhan Kya Hai: भारतीय संविधान की प्रस्तावना क्या हैं?

भारतीय संविधान क्या हैं?

भारतीय संविधान क्या है भारतीय संविधान, भारत के सर्वोच्च कानूनिक दस्तावेज है जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को पूर्णरूप से प्रभावी हुआ। इसका प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनकी संविधान समिति द्वारा तैयार किया गया था.

भारतीय संविधान भारत की संविधानिक और कानूनी प्रणाली का आधार है और इसमें भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को प्रतिष्ठित किया गया है।Userभारतीय संविधान की क्या आवश्यकता है ChatGPTभारतीय संविधान की कई महत्वपूर्ण आवश्यकताएँ हैं:संरक्षण और सुरक्षा: संविधान भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा करता है और उन्हें सुरक्षित रखने का माध्यम प्रदान करता है.संविधानिक व्यवस्था: इसके माध्यम से भारत की संविधानिक व्यवस्था की संरचना, कार्यप्रणाली और संविधानिक संरचना निर्धारित होती है.सरकार का काम: संविधान से सरकार के कामकाज के तरीके, शक्तियों और कर्तव्यों को निर्धारित किया जाता है.न्यायिक प्रणाली: संविधान न्यायिक प्रणाली की आधार और सीमाएँ स्थापित करता है और न्यायिक प्रक्रिया को संविधान के माध्यम से स्थायी बनाता है.नागरिक सहायता: संविधान नागरिकों को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए साहायक बनाता है और उन्हें सरकार के प्रति उनके अधिकारों के प्रति जागरूक होने में मदद करता है.संविधान भारतीय डैमोक्रेसी के मूल और स्थायी आधार के रूप में कार्य करता है और नागरिकों के अधिकार और कर्तव्यों को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 2 भारतीय संविधान के अनुच्छेद अनुच्छेद 1 से 395 तक के होते हैं, जिनमें भारत की संविधानिक व्यवस्था, नागरिक अधिकार, सरकारी संरचना, न्यायिक प्रणाली, राज्यों के संबंध, धर्मनिरपेक्षता, और विशेष उपाधियों की स्थापना आदि के मुद्दे शामिल होते हैं।यह कुछ मुख्य अनुच्छेद हैं:अनुच्छेद 1 – भारतीय संविधान का प्रस्तावना अनुच्छेदअनुच्छेद 12 – नागरिक अधिकारअनुच्छेद 21 – स्वतंत्रता से जीने का अधिकारअनुच्छेद 40 – धर्मनिरपेक्षताअनुच्छेद 44 – राज्य की संरचनाअनुच्छेद 76 – राष्ट्रपति के विशेष धाराएँअनुच्छेद 131 – राज्यसभाअनुच्छेद 246 – राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सूचीये कुछ उदाहरण हैं, लेकिन भारतीय संविधान में और भी अनुच्छेद हैं, जो भारत की संविधानिक व्यवस्था को संरचित करते हैं।Userभारतीय संविधान में कितने संशोधन है Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान को अब तक कई बार संशोधित किया गया है, और ये संविधान संशोधन (Amendment) के रूप में जाने जाते हैं। संविधान के संशोधन की प्रक्रिया आनुषंसित होती है और यह लोकसभा और राज्यसभा के बहुमत से पारित होते हैं.भारतीय संविधान में कुल 105 संशोधन (Amendments) हुए हैं जो जनवरी 2021 तक जारी किए गए थे. कृपया ध्यान दें कि इस संख्या में अंतरिम और अस्थायी संशोधन शामिल हैं, जिन्हें अस्थायी संशोधन के रूप में नहीं गिना जाता है। भारतीय संविधान के संशोधनों का उद्देश्य समय-समय पर संविधान को समायोजित करना होता है, ताकि वो देश की बदलती परिस्थितUserभारतीय संविधान की प्रस्तावना भारतीय संविधान की प्रस्तावना, संविधान का पहला अनुच्छेद (अनुच्छेद 1) है और इसमें भारतीय संविधान के मुख्य आदर्श और उद्देश्यों का संक्षेप होता है। इस अनुच्छेद में निम्नलिखित मुद्दे स्पष्ट किए गए हैं:भारत का नाम: इस अनुच्छेद में भारत का नाम “भारत” रखा गया है और यह भारतीय संविधान का शीर्षक है.सुविधा का समिति: इस अनुच्छेद में संविधान सुविधा का समिति की स्थापना का भी आलंब है, जिसका माध्यम से संविधान के अनुच्छेदों का संशोधन किया जा सकता है.भारतीय संविधान का मुख्य उद्देश्य: इस अनुच्छेद में भारतीय संविधान का मुख्य उद्देश्य स्पष्ट किया गया है, जैसे कि सामाजिक न्याय, सामाजिक समृद्धि, समाज में विचारशीलता, और नागरिक स्वतंत्रता की सुरक्षा.इस अनुच्छेद का पाठ भारतीय संविधान के मूल आदर्शों और धार्मिक नियमों के प्रति समर्पित है और यह संविधान के आदर्शों और मूल लक्ष्यों को सार्थक बनाता है।

Bhartiya Sanvidhan Kya Hai: भारतीय संविधान में कितने भाग हैं

भारतीय संविधान क्या हैDefault (GPT-3.5)Userभारतीय संविधान क्या है ?

भारतीय संविधान, भारत के सर्वोच्च कानूनिक दस्तावेज है जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को पूर्णरूप से प्रभावी हुआ। इसका प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनकी संविधान समिति द्वारा तैयार किया गया था. भारतीय संविधान भारत की संविधानिक और कानूनी प्रणाली का आधार है और इसमें भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को प्रतिष्ठित किया गया है।भारतीय संविधान की क्या आवश्यकता है भारतीय संविधान की कई महत्वपूर्ण आवश्यकताएँ हैं:संरक्षण और सुरक्षा: संविधान भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा करता है और उन्हें सुरक्षित रखने का माध्यम प्रदान करता है.संविधानिक व्यवस्था: इसके माध्यम से भारत की संविधानिक व्यवस्था की संरचना, कार्यप्रणाली और संविधानिक संरचना निर्धारित होती है.सरकार का काम: संविधान से सरकार के कामकाज के तरीके, शक्तियों और कर्तव्यों को निर्धारित किया जाता है.न्यायिक प्रणाली: संविधान न्यायिक प्रणाली की आधार और सीमाएँ स्थापित करता है और न्यायिक प्रक्रिया को संविधान के माध्यम से स्थायी बनाता है.नागरिक सहायता: संविधान नागरिकों को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए साहायक बनाता है और उन्हें सरकार के प्रति उनके अधिकारों के प्रति जागरूक होने में मदद करता है.संविधान भारतीय डैमोक्रेसी के मूल और स्थायी आधार के रूप में कार्य करता है और नागरिकों के अधिकार और कर्तव्यों को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।Userभारतीय संविधान के अनुच्छेद 2 / भारतीय संविधान के अनुच्छेद अनुच्छेद 1 से 395 तक के होते हैं, जिनमें भारत की संविधानिक व्यवस्था, नागरिक अधिकार, सरकारी संरचना, न्यायिक प्रणाली, राज्यों के संबंध, धर्मनिरपेक्षता, और विशेष उपाधियों की स्थापना आदि के मुद्दे शामिल होते हैं।यह कुछ मुख्य अनुच्छेद हैं:अनुच्छेद 1 – भारतीय संविधान का प्रस्तावना अनुच्छेदअनुच्छेद 12 – नागरिक अधिकारअनुच्छेद 21 – स्वतंत्रता से जीने का अधिकारअनुच्छेद 40 – धर्मनिरपेक्षताअनुच्छेद 44 – राज्य की संरचनाअनुच्छेद 76 – राष्ट्रपति के विशेष धाराएँअनुच्छेद 131 – राज्यसभाअनुच्छेद 246 – राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सूचीये कुछ उदाहरण हैं, लेकिन भारतीय संविधान में और भी अनुच्छेद हैं, जो भारत की संविधानिक व्यवस्था को संरचित करते हैं।Userभारतीय संविधान में कितने संशोधन है ChatGPTभारतीय संविधान को अब तक कई बार संशोधित किया गया है, और ये संविधान संशोधन (Amendment) के रूप में जाने जाते हैं। Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

संविधान के संशोधन की प्रक्रिया आनुषंसित होती है और यह लोकसभा और राज्यसभा के बहुमत से पारित होते हैं.भारतीय संविधान में कुल 105 संशोधन (Amendments) हुए हैं जो जनवरी 2021 तक जारी किए गए थे. कृपया ध्यान दें कि इस संख्या में अंतरिम और अस्थायी संशोधन शामिल हैं, जिन्हें अस्थायी संशोधन के रूप में नहीं गिना जाता है। भारतीय संविधान के संशोधनों का उद्देश्य समय-समय पर संविधान को समायोजित करना होता है, ताकि वो देश की बदलती परिस्थितUserभारतीय संविधान की प्रस्तावना भारतीय संविधान की प्रस्तावना, संविधान का पहला अनुच्छेद (अनुच्छेद 1) है और इसमें भारतीय संविधान के मुख्य आदर्श और उद्देश्यों का संक्षेप होता है। इस अनुच्छेद में निम्नलिखित मुद्दे स्पष्ट किए गए हैं:भारत का नाम: इस अनुच्छेद में भारत का नाम “भारत” रखा गया है और यह भारतीय संविधान का शीर्षक है.सुविधा का समिति: इस अनुच्छेद में संविधान सुविधा का समिति की स्थापना का भी आलंब है, जिसका माध्यम से संविधान के अनुच्छेदों का संशोधन किया जा सकता है.भारतीय संविधान का मुख्य उद्देश्य: इस अनुच्छेद में भारतीय संविधान का मुख्य उद्देश्य स्पष्ट किया गया है, जैसे कि सामाजिक न्याय, सामाजिक समृद्धि, समाज में विचारशीलता, और नागरिक स्वतंत्रता की सुरक्षा.इस अनुच्छेद का पाठ भारतीय संविधान के मूल आदर्शों और धार्मिक नियमों के प्रति समर्पित है और यह संविधान के आदर्शों और मूल लक्ष्यों को सार्थक बनाता है।Userभारतीय संविधान में कितने भाग हैं 3 / भारतीय संविधान में कुल मिलाकर 25 भाग (Parts) हैं। ये भाग संविधान के विभिन्न पहलुओं और विधियों को संविधानिक तौर पर संरचित करते हैं और उनके कार्य क्षेत्रों को परिभाषित करते हैं। इन भागों के अंतर्गत अनुच्छेद (Articles) आते हैं, जो संविधान के विभिन्न प्रावधानों को विस्तार से व्याख्या करते हैं।Userभारतीय संविधान के सभी भाग भारतीय संविधान में कुल 25 भाग (Parts) हैं। ये निम्नलिखित हैं:

प्रस्तावना (Preamble)साधारण विधायिका (Part I – The Union and its Territory)नागरिकता (Part II – Citizenship)मूलभूत अधिकार (Part III – Fundamental Rights)संघ की सरकार (Part IV – Directive Principles of State Policy)निर्वाचन (Part V – The Union)राष्ट्रपति (Part VI – The States)विधायिका क्रियाकलाप (Part VII – The States in Part B of the First Schedule)विशेष नियुक्ति (Part VIII – The Union Territories)यूनियन के संगठन और अधिकार (Part IX – The Panchayats)नगर पालिकाएं (Part IXA – The Municipalities)निगम (Part IXB – The Cooperatives)न्यायिक न्यायालय (Part X – The Scheduled and Tribal Areas)अपराध और दंडन (Part XI – Relations between the Union and the States)संघ, राज्य और स्थानीय प्राधिकृतियां (Part XII – Finance, Property, Contracts and Suits)जिला न्यायालय (Part XIII – Trade, Commerce and Intercourse within the Territory of India)संघ और राज्यों के बीच आपातकाल (Part XIV – Services under the Union and the States)निर्वाचन आयोग (Part XIVA – Tribunals)गठबंधन और योगदान (Part XIVA – A and B of the First Schedule)उपयोग (Part XV – Elections)न्यायिक प्रणाली (Part XVI – Special Provisions relating to Certain Classes)अनुच्छेद 31ए का अधिकार और प्रतिश्रेणी (Part XVII – Official Language)आधीनस्थ प्राधिकृति (Part XVIII – Emergency Provisions)जनपदों और संगठनों की प्राधिकृति (Part XIX – Miscellaneous)संविधान के संशोधन (Part XX – Amendment of the Constitution

Bhartiya Sanvidhan Kya Hai: भारतीय संविधान के 20 प्रश्न और उत्तर

भारतीय संविधान क्या है ?

भारतीय संविधान, भारत के सर्वोच्च कानूनिक दस्तावेज है जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को पूर्णरूप से प्रभावी हुआ। इसका प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनकी संविधान समिति द्वारा तैयार किया गया था. भारतीय संविधान भारत की संविधानिक और कानूनी प्रणाली का आधार है और इसमें भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को प्रतिष्ठित किया गया है। Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान की क्या आवश्यकता है ?

भारतीय संविधान की कई महत्वपूर्ण आवश्यकताएँ हैं:संरक्षण और सुरक्षा: संविधान भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा करता है और उन्हें सुरक्षित रखने का माध्यम प्रदान करता है.संविधानिक व्यवस्था: इसके माध्यम से भारत की संविधानिक व्यवस्था की संरचना, कार्यप्रणाली और संविधानिक संरचना निर्धारित होती है.सरकार का काम: संविधान से सरकार के कामकाज के तरीके, शक्तियों और कर्तव्यों को निर्धारित किया जाता है.न्यायिक प्रणाली: संविधान न्यायिक प्रणाली की आधार और सीमाएँ स्थापित करता है और न्यायिक प्रक्रिया को संविधान के माध्यम से स्थायी बनाता है.नागरिक सहायता: संविधान नागरिकों को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए साहायक बनाता है और उन्हें सरकार के प्रति उनके अधिकारों के प्रति जागरूक होने में मदद करता है.संविधान भारतीय डैमोक्रेसी के मूल और स्थायी आधार के रूप में कार्य करता है और नागरिकों के अधिकार और कर्तव्यों को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।भारतीय संविधान के अनुच्छेद 2 / भारतीय संविधान के अनुच्छेद अनुच्छेद 1 से 395 तक के होते हैं, जिनमें भारत की संविधानिक व्यवस्था, नागरिक अधिकार, सरकारी संरचना, न्यायिक प्रणाली, राज्यों के संबंध, धर्मनिरपेक्षता, और विशेष उपाधियों की स्थापना आदि के मुद्दे शामिल होते हैं।यह कुछ मुख्य अनुच्छेद हैं:अनुच्छेद 1 – भारतीय संविधान का प्रस्तावना अनुच्छेदअनुच्छेद 12 – नागरिक अधिकारअनुच्छेद 21 – स्वतंत्रता से जीने का अधिकारअनुच्छेद 40 – धर्मनिरपेक्षताअनुच्छेद 44 – राज्य की संरचनाअनुच्छेद 76 – राष्ट्रपति के विशेष धाराएँअनुच्छेद 131 – राज्यसभाअनुच्छेद 246 – राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सूचीये कुछ उदाहरण हैं, लेकिन भारतीय संविधान में और भी अनुच्छेद हैं, जो भारत की संविधानिक व्यवस्था को संरचित करते हैं।

भारतीय संविधान में कितने संशोधन है ? Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान को अब तक कई बार संशोधित किया गया है, और ये संविधान संशोधन (Amendment) के रूप में जाने जाते हैं। संविधान के संशोधन की प्रक्रिया आनुषंसित होती है और यह लोकसभा और राज्यसभा के बहुमत से पारित होते हैं.भारतीय संविधान में कुल 105 संशोधन (Amendments) हुए हैं जो जनवरी 2021 तक जारी किए गए थे. कृपया ध्यान दें कि इस संख्या में अंतरिम और अस्थायी संशोधन शामिल हैं, जिन्हें अस्थायी संशोधन के रूप में नहीं गिना जाता है। भारतीय संविधान के संशोधनों का उद्देश्य समय-समय पर संविधान को समायोजित करना होता है, ताकि वो देश की बदलती परिस्थितUserभारतीय संविधान की प्रस्तावना भारतीय संविधान की प्रस्तावना, संविधान का पहला अनुच्छेद (अनुच्छेद 1) है और इसमें भारतीय संविधान के मुख्य आदर्श और उद्देश्यों का संक्षेप होता है। इस अनुच्छेद में निम्नलिखित मुद्दे स्पष्ट किए गए हैं:भारत का नाम: इस अनुच्छेद में भारत का नाम “भारत” रखा गया है और यह भारतीय संविधान का शीर्षक है.सुविधा का समिति: इस अनुच्छेद में संविधान सुविधा का समिति की स्थापना का भी आलंब है, जिसका माध्यम से संविधान के अनुच्छेदों का संशोधन किया जा सकता है.भारतीय संविधान का मुख्य उद्देश्य: इस अनुच्छेद में भारतीय संविधान का मुख्य उद्देश्य स्पष्ट किया गया है, जैसे कि सामाजिक न्याय, सामाजिक समृद्धि, समाज में विचारशीलता, और नागरिक स्वतंत्रता की सुरक्षा.इस अनुच्छेद का पाठ भारतीय संविधान के मूल आदर्शों और धार्मिक नियमों के प्रति समर्पित है और यह संविधान के आदर्शों और मूल लक्ष्यों को सार्थक बनाता है | Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान में कितने भाग हैं

भारतीय संविधान में कुल मिलाकर 25 भाग (Parts) हैं। ये भाग संविधान के विभिन्न पहलुओं और विधियों को संविधानिक तौर पर संरचित करते हैं और उनके कार्य क्षेत्रों को परिभाषित करते हैं। इन भागों के अंतर्गत अनुच्छेद (Articles) आते हैं, जो संविधान के विभिन्न प्रावधानों को विस्तार से व्याख्या करते हैं। भारतीय संविधान के सभी भाग भारतीय संविधान में कुल 25 भाग (Parts) हैं।

निम्नलिखित हैं:प्रस्तावना (Preamble)साधारण विधायिका (Part I – The Union and its Territory)नागरिकता (Part II – Citizenship)मूलभूत अधिकार (Part III – Fundamental Rights)संघ की सरकार (Part IV – Directive Principles of State Policy)निर्वाचन (Part V – The Union)राष्ट्रपति (Part VI – The States)विधायिका क्रियाकलाप (Part VII – The States in Part B of the First Schedule)विशेष नियुक्ति (Part VIII – The Union Territories)यूनियन के संगठन और अधिकार (Part IX – The Panchayats)नगर पालिकाएं (Part IXA – The Municipalities)निगम (Part IXB – The Cooperatives)न्यायिक न्यायालय (Part X – The Scheduled and Tribal Areas)अपराध और दंडन (Part XI – Relations between the Union and the States)संघ, राज्य और स्थानीय प्राधिकृतियां (Part XII – Finance, Property, Contracts and Suits)जिला न्यायालय (Part XIII – Trade, Commerce and Intercourse within the Territory of India)संघ और राज्यों के बीच आपातकाल (Part XIV – Services under the Union and the States)निर्वाचन आयोग (Part XIVA – Tribunals)गठबंधन और योगदान (Part XIVA – A and B of the First Schedule)उपयोग (Part XV – Elections)न्यायिक प्रणाली (Part XVI – Special Provisions relating to Certain Classes)अनुच्छेद 31ए का अधिकार और प्रतिश्रेणी (Part XVII – Official Language)आधीनस्थ प्राधिकृति (Part XVIII – Emergency Provisions)जनपदों और संगठनों की प्राधिकृति (Part XIX – Miscellaneous)संविधान के संशोधन (Part XX – Amendment of the Constitution)इन भागों के अंतर्गत अनुच्छेद (Articles) आते हैं, जो संविधान के विभिन्न प्रावधानों को विस्तार से व्याख्या करते हैं। Bhartiya Sanvidhan Kya Hai:

भारतीय संविधान के 20 प्रश्न और उत्तर

भारतीय संविधान के बारे में 20 महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर निम्नलिखित हैं:संविधान क्या है?

उत्तर: संविधान भारत का मूल नियमक दस्तावेज है, जो देश के संरचना और कार्यप्रणाली को संरचित करता है।

भारतीय संविधान कब बना था?उत्तर: भारतीय संविधान 26 नवम्बर 1949 को पारित किया गया था.संविधान सभा का क्या मतलब है?

उत्तर: संविधान सभा वो घटना थी जिसने भारतीय संविधान को तैयार किया था.

संविधान में कितने अनुच्छेद हैं?

उत्तर: भारतीय संविधान में कुल मिलाकर 395 अनुच्छेद हैं (2021 तक)

.संविधान में कैसे संशोधन किए जा सकते हैं?

उत्तर: संविधान के संशोधन के लिए संविधान संशोधन प्रक्रिया का अनुसरण किया जाता है, जिसे लोकसभा और राज्यसभा के बहुमत के साथ पारित किया जाता है.

संविधान का प्रस्तावना क्या है?

उत्तर: संविधान का प्रस्तावना उसके मुख्य आदर्श और उद्देश्यों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है.

संविधान में कितने भाग हैं?

उत्तर: संविधान में कुल 25 भाग हैं.किसे संविधान का निर्माणकर्ता कहा जाता है?उत्तर: डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान के प्रमुख निर्माणकर्ता कहा जाता है.संविधान में कौन-कौन से मौलिक अधिकार शामिल हैं?उत्तर: संविधान में मौलिक अधिकारों का समावेश है, जैसे कि स्वतंत्रता, जीवन, गर्व और धर्मनिरपेक्षता.संविधान का प्रस्थान उल्लेख करता है?उत्तर: संविधान के प्रस्थान में समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, और गरीबी के खिलाफ कार्य करने का उल्लेख है.संविधान में कौन-कौन से भाषाएँ प्राधित हैं?उत्तर: संविधान में हिंदी और अंग्रेजी दो मुख्य भाषाएँ प्राधित हैं.किसे संविधान की शिक्षा का मूल्य देना चाहिए?उत्तर: संविधान की शिक्षा का मूल्य सभी नागरिकों को देना चाहिए.

संविधान में कितनी विशेष धाराएँ हैं?

उत्तर: संविधान में 22 विशेष धाराएँ हैं.

संविधान के कितने संशोधन हो चुके हैं?उत्तर: भारतीय संविधान को अब तक कई बार संशोधित किया गया है, इसलिए संविधान संशोधनों की संख्या बदलती रहती है.संविधान का सबसे बड़ा अनुच्छेद कौन सा है?उत्तर: संविधान का सबसे बड़ा अनुच्छेद अनुच्छेद 1 (प्रस्तावना) है.संविधान के कितने अनुच्छेद समाजवाद के सिद्धांत को समर्थन देते हैं?उत्तर: संविधान के अनुच्छेद 38, 39, और 46 समाजवाद के सिद्धांतों का समर्थन करते हैं.संविधान के अनुच्छेद 44 के तहत किसे राष्ट्रपति बनाया जा सकता है?उत्तर: अनुच्छेद 44 के तहत किसी को राष्ट्रपति बनाने के लिए उनका बुद्धिमत्ता, योग्यता, और सेवा उद्देश्य के साथ होना चाहिए.संविधान के अनुच्छेद 370 क्या है?उत्तर: अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर के विशेष स्थिति को समर्थन दिया जाता है.संविधान के किस अनुच्छेद में धर्मनिरपेक्षता का प्रावधान है?उत्तर: संविधान के अनुच्छेद 25 में धर्मनिरपेक्षता का प्रावधान है.संविधान के किस अनुच्छेद में नागरिकता के विषय में नियम है?उत्तर: संविधान के अनुच्छेद 5 से 11 तक नागरिकता के विषय में नियम हैं.

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