Indian Flag:भारतीय झण्डा / तिरंगा से सम्बन्धित सभी जानकारी ।

Indian Flag:भारत के झण्डा समित का प्रारंभ 22 जुलाई 1947 को हुआ था, जो भारत के स्वतंत्रता के पहले वर्ष में हुआ था। झण्डा समिति का प्रमुख था पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, जो भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने। झण्डा समिति का मुख्य उद्देश्य था भारत के लिए एक स्वतंत्र झण्डे का चयन करना था। Indian Flag:

Indian Flag:झण्डा समिति के सदस्यों में पंडित नेहरू जी, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, अच्युतम समंत, एसएस भोगले, एम अच्युत्थ राव, कपिलदेव सिंह, लाला हरदयाल, डॉ. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, डॉ. कमला सोहन सिंह और श्रीराम कुमार अचान्द शुम्बडे जैसे अन्य प्रखर नेता शामिल थे।

झण्डा समिति ने स्वतंत्र भारत के झण्डे के रूप में अब तक इस्तेमाल किये जाने वाले तिरंगे का चयन किया था। भारत के झण्डे में सफेद रंग शांति और सत्यता को दर्शाता है, हरा रंग विश्वास और समृद्धि को दर्शाता है, तथा केसरिया रंग साहस और शौर्य को दर्शाता है।Indian Flag:

भारतीय झण्डे का अनुपात एंव डिजाइन / रंग/कलर

भारतीय झण्डे का अनुपात एंव डिजाइन / रंग/कलर : भारत के झंडे का अनुपात 2:3 है, यानी झंडे की ऊंचाई झंडे की चौड़ाई का दो गुना होता है। भारत के झंडे का डिजाइन त्रिरंगा है, जिसमें सबसे ऊपर केसरिया बन्द और सबसे नीचे सब्जी रंग का होता है।

इसके बीच में सफेद रंग की एक बड़ी पट्टी होती है, जो झंडे की ऊंचाई की लगभग आधी होती है। सफेद रंग की पट्टी के ऊपर केसरिया चक्र बना होता है, जिसमें 24 तीर होते हैं। यह चक्र अशोक चक्र के रूप में जाना जाता है और भारत की संवैधानिक व्यक्ति तथा स्वतंत्रता को दर्शाता है।Indian Flag:

भारत के राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण /प्रक्रिया

भारत के राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण /प्रक्रिया : भारत के राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण श्रीपिंगलि वेंकय्या (Pingali Venkayya) द्वारा किया गया था। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे।

इन्होंने अपने देश के लिए एक विशिष्ट झंडे की आवश्यकता के बारे में सोचा था और उन्होंने 1921 में राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण किया था। भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे प्रभावशाली रंग सफेद, हरा और केसरिया होते हैं। इसमें अशोक चक्र भी होता है जो भारत के लोगों के एकता, स्वतंत्रता और शांति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।Indian Flag:

भारत के झण्डे को सबसे पहले काँ फहराया गया/किसने फहराया कब/और क्यों

भारत के झण्डे को सबसे पहले काँ फहराया गया/किसने फहराया कब/और क्यों : भारत के झंडे को सबसे पहले 7 अगस्त 1906 को कोलकाता में फहराया गया था। यह झंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था। इस झंडे का रंग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के द्वारा चुना गया था और इसकी डिजाइन श्री हरीचंद्र विद्यासागर द्वारा बनाया गया था। यह झंडा सबसे पहले कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में फहराया गया था।Indian Flag:

भारत के झण्डे का महत्वता

भारत के झण्डे का महत्वता: भारत https://pcshindi.com/uttar-pradesh-budget-2023/का झंडा उसकी राष्ट्रीय पहचान का प्रतीक होता है जो भारत के संविधान और उसके नागरिकों की आवाज को दर्शाता है। इसे तिरंगा के नाम से भी जाना जाता है, जो भारत के आधिकारिक राष्ट्रीय झंडे के रंगों को दर्शाता है।

तिरंगा तीनों रंगों का प्रतीक है। सफ़ेद रंग शांति और सत्यता को दर्शाता है, हरा रंग विकास को दर्शाता है और केसरिया रंग साहस और उत्साह को दर्शाता है। Indian Flag:

झंडे का तिरंगा भारत की असाधारण विरासत को दर्शाता है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय, झंडे का तिरंगा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और भारतीय स्वतंत्रता के लिए संग्राम के समय एक उग्र विरोध प्रतीक के रूप में उभरा था।

भारत के झंडे को राज्य के महत्वपूर्ण अधिकारिक विषयों के लिए उठाया जाता है, जैसे कि राष्ट्रीय समारोहों, सेना के प्रतीक, सरकारी भवनों आदि में। भारत के झंडे का महत्व इस बात में है कि यह भारत की एकता और स्वाभिमान को दें ।

Indian Flag:भारतीय झण्डा / तिरंगा Overview

लेख व्याख्या
भारत के झण्डा समित का प्रारंभ भारत के झण्डा समित का प्रारंभ 22 जुलाई 1947 को हुआ था, जो भारत के स्वतंत्रता के पहले वर्ष में हुआ था Indian Flag:
झण्डा समिति का प्रमुख कौन थापंडित जवाहरलाल नेहरू जी, जो भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने।
भारतीय झण्डे का अनुपात एंव डिजाइन / रंग/कलरभारत के झंडे का अनुपात 2:3 है, यानी झंडे की ऊंचाई झंडे की चौड़ाई का दो गुना होता है। भारत के झंडे का डिजाइन त्रिरंगा है, जिसमें सबसे ऊपर केसरिया बन्द और सबसे नीचे सब्जी रंग का होता है। इसके बीच में सफेद रंग की एक बड़ी पट्टी होती है, जो झंडे की ऊंचाई की लगभग आधी होती है।
भारत के राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण /प्रक्रिया : भारत के राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण श्रीपिंगलि वेंकय्या (Pingali Venkayya) द्वारा किया गया था। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे। इन्होंने अपने देश के लिए एक विशिष्ट झंडे की आवश्यकता के बारे में सोचा था और उन्होंने 1921 में राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण किया था।
भारत के झण्डे को सबसे पहले काँ फहराया गया/किसने फहराया कब/और क्यों : भारत के झंडे को सबसे पहले 7 अगस्त 1906 को कोलकाता में फहराया गया था। यह झंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था। इस झंडे का रंग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के द्वारा चुना गया था और इसकी डिजाइन श्री हरीचंद्र विद्यासागर द्वारा बनाया गया था। यह झंडा सबसे पहले कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में फहराया गया था।Indian Flag:

Indian Flag:भारतीय झण्डा / तिरंगा FAQ

तिरंगा कब और किसने बनाया?

भारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी। 

तिरंगे में 5 रंग कैसे होते हैं?

तिरंगे में 5 रंग कैसे होते हैं?

राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में समान अनुपात में तीन क्षैतिज पट्टियां हैं: केसरिया रंग सबसे ऊपर, सफेद बीच में और हरा रंग सबसे नीचे है। ध्वज की लंबाई-चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। सफेद पट्टी के बीच में नीले रंग का चक्र है। भारत की संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप 22 जुलाई 1947 को अपनाया।

भारत का राष्ट्रीय ध्वज किसने बनाया था?

भारत का झंडा किसने डिजाइन किया? 1921 में पहली बार अखिल भारतीय कांग्रेस के नेता महात्मा गांधी को भारत के ध्वज का डिजाइन पिंगली (या पिंगले) वेंकय्या द्वारा बनाया गया था।

तिरंगे के चक्र में 24 तिलिया क्यों होती है?

अशोक चक्र की 24 तीलियों से ही मनुष्य के लिए बनाएं गए 24 धर्म मार्ग की तुलना की है. इसलिए इन्हें मनुष्य के लिए 24 धर्म मार्ग भी कहा जाता है. साथ ही अशोक चक्र समाज के चहुमुखी के प्रति देशवासियों को उनके अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में बताती है.

भारत का झंडा कितनी बार बदला है?

हानी बहुत लंबी है। बीते 116 साल में छह बार देश का झंडा बदला गया है। हालांकि, ये बदलाव आजादी मिलने तक ही हुए।

अशोक चक्र का अर्थ क्या है?

शोक के कई शिलालेखों पर प्रकट होता है, जिनमें से सबसे प्रमुख अशोक का सिंह शीर्ष है। 6. चक्र पर प्रत्येक तीली जीवन के एक सिद्धांत और दिन के चौबीस घंटों का भी प्रतीक है , यही कारण है कि इसे ‘समय का पहिया’ भी कहा जाता है।

भारत का सबसे ऊंचा झंडा कौन है?

कर्नाटक के बेलगाम में देश का सबसे ऊंचा झंडा फहरा रहा है। झंडे की ऊंचाई 110 मीटर (360.8 फीट) है। इससे पहले पंजाब के अटारी पर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लगा तिरंगा सबसे ऊंचा था।


झंडा उतारने का समय क्या है?

राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जाना चाहिए

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