natural calamity ; प्राकृतिक आपदाएं से संबन्धित

प्राकृतिक आपदाएं से संबन्धित सभी महत्वपूर्ण तथ्य

natural calamity

  1. natural calamity *मानव पर दुष्प्रभाव डालने वाले प्राकृतिक परिवर्तनों को प्राकृतिक आपदाएं कहते हैं। ज्वालामुखी विस्फोट, भूकंप, सागरकंप, सूखा, बाढ़, चक्रवात, मृदा अपरदन, अपवाहन (Deflation), पंक प्रवाह, हिम अवधाव (Snow avalanche) आदि प्राकृतिक आपदाओं के मुख्य उदाहरण हैं। इनमें से अधिकांश आपदाएं प्राकृतिक शक्तियों द्वारा उत्पन्न होती हैं।
  2. परंतु मानव के अवांछनीय क्रियाकलापों से इन आपदाओं का दुष्प्रभाव बढ़ जाता है। *हिमालय पर्वत नवीन वलित पर्वत है जिसका निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है। इसका कारण यह है कि हिमालय क्षेत्र में अभी भू-संतुलन की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है।
  3. भारतीय प्लेट निरंतर उत्तर की ओर गति- शील है और इस क्षेत्र में प्रायः भूकंप आते रहते हैं। natural calamity
  1. उत्तरी मैदान में सामान्यतः कम शक्ति के भूकंप आते हैं। दक्षिणी पठार अपेक्षाकृत अधिक स्थिर भू-भाग है, फिर भी यहां न्यूनतम भूकंपों ने प्रायद्वीपीय भारत की स्थिरता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
  2. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department – IMD) तथा अन्य एजेंसियों द्वारा प्रदत्त आंकड़ों के आधार पर भारतीय मानक ब्यूरो ने भारत का भूकंप प्रतिरोधी डिजाइन कोड
    (Earthquake Resistant Design Code of India, IS-1893 Part-I: 2002) तैयार किया है, जो कि भारत के भूकंपीय क्षेत्रीकरण मानचित्र (Seismic Zoning Map) का नवीनतम् संस्करण है। इसमें भारत के भू-क्षेत्र को भूकंप प्रवणता की दृष्टि से 4 क्षेत्रों (Zone)
    में बांटा गया है। natural calamity

भूकंपीय क्षेत्र (Seismic Zone)

natural calamity

  1. (अति प्रचंड तीव्रता क्षेत्र) * क्षेत्र (Zone)V- इस क्षेत्र को IS कोड के तहत क्षेत्र कारक (Zone Factor) 0.36 दिया गया है अर्थात इस क्षेत्र में किसी संरचना पर भूकंप
    के फलस्वरूप गुरुत्वीय त्वरण का 36 प्रतिशत तक क्षैतिज त्वरण अनुभूत हो सकता है।
  2. यह अत्यधिक उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र है। भारत के जम्मू और कश्मीर (केंद्रशासित प्रदेश), लद्दाख (केंद्रशासित प्रदेश) हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं बिहार राज्यों के कुछ भाग, कच्छ का रन, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र इस क्षेत्र में आते हैं। इसमें देश के कुल भू-क्षेत्र का 10.9 प्रतिशत भाग आता है।
  3. क्षेत्र (Zone) IV- इसका क्षेत्र कारक IS कोड के तहत 0.24 है। देश की राजधानी दिल्ली सहित भारतीय-गंगा मैदान क्षेत्र, शेष हिमालय, गुजरात के भाग, महाराष्ट्र का कोयना क्षेत्र एवं सिक्किम इसमें शामिल हैं। natural calamity
  1. देश के कुल भू-क्षेत्र का 17.3 प्रतिशत भाग इसमें आता है।
  2. क्षेत्र (Zone) III- इसका क्षेत्र कारक 0.18 है। लक्षद्वीप, पश्चिमीघाट, एवं प्रायद्वीपीय भारत का भ्रंशित क्षेत्र तथा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित गंगा मैदानों का दक्षिण भाग इसी क्षेत्र में है। यह क्षेत्र भारत के 30.4 प्रतिशत भू भाग को समाहित करता है।
  3. क्षेत्र (Zone) II- इसका क्षेत्र कारक 0.10 है। पूर्व के जोन 1 एवं 11 को एक में समाहित कर अब जोन II का निर्धारण किया गया है।natural calamity
  4. इसमें भारत 2014 प्रतिशत भू-क्षेत्र आता है। प्रायद्वीपीय पठार का अधिकांश
    भाग पत्र में है। कर्नाटक पठार प्रायद्वीपीय पठार के अंतर्गत ही है।
    अतः यह सबसे कम भूकंप प्रभावित मेखला में सम्मिलित है। natural calamity

सुनामी जापानी शब्द है

natural calamity

सुनामी तथा एक जापानी शब्द है जो (meaning – (meaning-wave) से बना है। भारत की .. की रिपोर्ट (2001) के अनुसार, “सुनामी समुद्र में भूकंप, भू-स्खलन अथवा ज्वालामुखी उद्गार जैसी घटनाओं से पैदा होती है। अधिकांश सुनामी समुद्र अधः स्तल पर आए भूकंपों से पैदा होती हैं। सुनामी को बंदरगाह लहरें या भूकंपीय समुद्री लहरें भी कहा जाता है।

भारत में सुनामी वार्निंग सेंटर का परिचालन जुलाई, 2005 में हैदराबाद से किया गया है। 26 दिसंबर, 2004 को हिंद महासागर में आए सुनामी द्वारा भारत का कोरोमण्डल तट सर्वाधिक प्रभावित हुआ था। कोरोमण्डल तट का विस्तार प्रायद्वीपीय भारत के पूर्वी तट पर उत्तर में फाल्स डिवी प्वाइंट से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग

natural calamity

  1. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Depart-) जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है, की स्थापना 1875 ई. में हुई थी और यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन एक एजेंसी है।
  2. भारतीय उष्णकटिबंधीय विज्ञान संस्थान तथा मौसम विज्ञान विभाग का उपनि देशक स्तर का कार्यालय पुणे में स्थित है।
  3. उल्लेखनीय है कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय सर्वप्रथम कोलकाता में बना जिसे वर्ष 1905 में शिमला, 1928 में पुणे तथा अंततः वर्ष 1944 में दिल्ली स्थानांतरित किया गया था।
  1. किसी नदी या तटीय भाग में उच्च जलस्तर की उस स्थिति को बाढ़ कहते हैं, जिससे भूमि का कुछ भाग जलमग्न हो जाता है।upsc current affairs
  2. मानसून की अनिश्चितता तथा अनियमितता का दूसरा महत्वपूर्ण परिणाम बादों का आना है। केंद्रीय जल आयोग ने बादों की गणना करने के लिए बाद पूर्वानुमान संगठन की स्थापना की है।
  3. इस संगठन ने देश के 22 बाढ़ प्रभावित राज्यों एवं 3 केंद्रशासित प्रदेशों में 325 स्टेशनों को चिह्नित किया है, जिनमें सर्वाधिक 44 स्टेशन उत्तर प्रदेश में हैं। उत्तर-प्रदेश बाढ़ प्रवण क्षेत्रों को उच्च बाढ़ प्रवण, मध्यम बाद प्रवण एवं निम्न बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में विभक्त किया जाता है।
  4. उच्च बाद प्रवण क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के कुल बाढ़ प्रवण क्षेत्र का 48 प्रतिशत आता है।
  5. उच्च बाढ़ प्रवण क्षेत्र उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र को आच्छादित करता है। 22 बाद प्रभावित राज्यों में 43 स्टेशनों के साथ बिहार दूसरे स्थान पर है।natural calamity

चक्रवाती तूफान अथवा चक्रवात वायुमंडल

  1. चक्रवाती तूफान अथवा चक्रवात वायुमंडल में हवाओं के चक्राकार वायुपिंड होते हैं। उत्तरी गोलार्द्ध में इनकी दिशा घड़ी की सुइयों के विपरीत एवं दक्षिणी गोलार्द्ध में घड़ी की सुइयों की दिशा में होती है। भारत में चक्रवात बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर दोनों को ही प्रभावित करते हैं
  2. बंगाल की खाड़ी में अधिक ताप के कारण बने निम्न दाब से अधिक चक्रवात उत्पन्न होते हैं। यहां से उठने वाले चक्रवात घड़ी की सुइयों की दिशा के विपरीत घूमते हुए चलते हैं।natural calamity 
  3. अतः बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में उत्पन्न होने वाले चक्रवात तमिलनाडु और श्रीलंका को (जनवरी-मार्च) तथा मध्य बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवात आंध्र प्रदेश एवं ओडिशा को प्रभावित करते हैं। मानसून काल (जून-सितंबर) के मध्य इन चक्रवातों की उत्पत्ति मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में होती है।
  1. जिससे ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल सर्वाधिक प्रभावित होते हैं।
  2. मानसून पश्चात (अक्टूबर-दिसंबर) दक्षिण एवं मध्य बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवात तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल तट को प्रभावित करते हैं।
  3. *ओडिशा चक्रवात, बाढ़ एवं सूखा तीनों ही प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित राज्य है, जिस कारण यह अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक आपदाएं झेलता है।
  4. *गुरुत्वाकर्षण के प्रभावाधीन चट्टान तथा मिट्टी के अचानक ढलान से नीचे की ओर खिसकने की क्रिया को भूस्खलन कहते हैं। हिमालय में भूस्खलन की आवृत्ति में वृद्धि हुई है। natural calamity
  5. इसका प्रमुख कारण भूकंपों की आवृत्ति में वृद्धि के साथ-साथ, सड़क एवं बांध बनाने जैसे मानवीय क्रियाकलापों का बढ़ना है।
  6. यहां सड़क, बांध, निर्माण तथा खनिज के लिए बड़े पैमाने पर खनन कार्य किए गए हैं, जिनके कारण हिमालय में भूस्खलन की आवृत्ति में वृद्धि हुई है।

भारत में आपदा प्रबंधन हेतु निवारक और संरक्षी उपाय, तैयारी तथा मानवों पर आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए देश के पहले आपदा प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना लातूर (महाराष्ट्र) में की जा रही है। natural calamity

                       उपरोक्त  को शार्ट मे दर्शाया गया है सारणी के अनुसार

प्राकृतिक आपदाएं

natural calamity

भूकंपीय क्षेत्र (Seismic Zone)
सुनामी
जापानी शब्द है
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग

चक्रवाती तूफान अथवा चक्रवात वायुमंडल
*मानव पर दुष्प्रभाव डालने वाले प्राकृतिक परिवर्तनों को प्राकृतिक आपदाएं कहते हैं। (अति प्रचंड तीव्रता क्षेत्र) * क्षेत्र (Zone)V- इस क्षेत्र को IS कोड के तहत क्षेत्र कारक (Zone Factor) 0.36 दिया गया है सुनामी तथा एक जापानी शब्द है जो (meaning – (meaning-wave) से बना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Depart-) जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है चक्रवाती तूफान अथवा चक्रवात वायुमंडल में हवाओं के चक्राकार वायुपिंड होते हैं। उत्तरी गोलार्द्ध में इनकी दिशा घड़ी की सुइयों के विपरीत एवं दक्षिणी गोलार्द्ध में घड़ी की सुइयों की दिशा में
ज्वालामुखी विस्फोट, भूकंप, सागरकंप, सूखा, बाढ़, चक्रवात, मृदा अपरदन, अपवाहन (Deflation), पंक प्रवाह, हिम अवधाव (Snow avalanche) आदि प्राकृतिक आपदाओं के मुख्य उदाहरण हैं। यह अत्यधिक उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र है। भारत के जम्मू और कश्मीर (केंद्रशासित प्रदेश), लद्दाख (केंद्रशासित प्रदेश) हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं बिहार राज्यों के कुछ भाग, भारत की .. की रिपोर्ट (2001) के अनुसार, “सुनामी समुद्र में भूकंप, भू-स्खलन अथवा ज्वालामुखी उद्गार जैसी घटनाओं से पैदा होती है।
  1. भारतीय उष्णकटिबंधीय विज्ञान संस्थान तथा मौसम विज्ञान विभाग का उपनि देशक स्तर का कार्यालय पुणे में स्थित है।
  2. natural calamity
  1. जिससे ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल सर्वाधिक प्रभावित होते हैं।

natural calamity

Leave a Comment

Current Affairs: Reserve Bank RBI Officers Grade B Recruitment 2023: BSF (Border Security Force) New Bharti 2023: CRPF Sub Inspector & Assistant Sub Inspector Recruitment 2023: Current Affairs: