Ornament अलंकार क्या है : अलंकार कितने प्रकार के होेते है , उदाहरण सहित ,सभी , अलंकार

Ornament अलंकार क्या है ? अलंकार एक काव्यशास्त्रीय तरीका है जिसका उपयोग कविता या पद को और भी आकर्षक, रसभरा, और सुंदर बनाने के लिए किया जाता है। यह शब्द संस्कृत शब्द “आलंकरण” से आया है, जिसका अर्थ होता है “सजावट” या “आभूषण”।

अलंकार के माध्यम से कविता में शब्दों, वाक्यों, अर्थों आदि को विशेष रूप से व्यवस्थित और आकर्षक बनाया जाता है। यह कविता को और भी गहराईयों तक ले जाने में मदद करता है और पठकों की रुचि को बढ़ाता है।Ornament अलंकार क्या है :

कुछ प्रमुख अलंकारों में शाब्दिक अलंकार (यथा उपमा, उपमिति, अनुप्रास आदि), तात्पर्य अलंकार (यथा अंतरंग तत्त्व, उल्लंघन, पराम्परिक प्रतिष्ठा आदि), अर्थबोधन अलंकार (यथा द्वंद्व, यमक, रूपक आदि), और वृत्ति अलंकार (यथा अनुश्लेषण, इश्कालंकार, अपभ्रंश आदि) शामिल होते हैं। Ornament अलंकार क्या है :

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Ornament अलंकार की परिभाषा क्या है ।

अलंकार की परिभाषा क्या है : अलंकार एक काव्यशास्त्रीय शब्द है जिसका अर्थ होता है “सजावट”, “आभूषण” या “आकर्षण”। इसका उपयोग कविता, गीत, पद, नाटक आदि में शब्दों, वाक्यों, अर्थों, रूपों और अभिव्यक्तियों को और भी आकर्षक और भावपूर्ण बनाने के लिए किया जाता है। अलंकार के माध्यम से कविता की रचना में विविधता, सौंदर्य और भावनाओं का व्यक्तिगत रूप प्राप्त होता है। Ornament अलंकार क्या है :

यह काव्य की शोभा और गहराई को बढ़ाता है और पाठकों की रुचि को आकर्षित करता है। अलंकार की विविध प्रकारों के माध्यम से कविता में विभिन्न रूपों की छवियों, तात्पर्यों और विचारों को प्रकट किया जा सकता है। Ornament अलंकार क्या है :

Ornament अलंकार कितने प्रकार का होता है ?

अलंकार कितने प्रकार का होता है ? : Ornament अलंकार क्या है :

  1. शाब्दिक अलंकार: यह अलंकार शब्दों के विविध शैलियों और व्यवस्थाओं का प्रयोग करके कविता को सुंदर बनाने के लिए किया जाता है। इसमें उपमा, उपमिति, अनुप्रास, यमक, आलंब, अनुलोम-विलोम, संधि, समास आदि शामिल होते हैं।
  2. तात्पर्य अलंकार: यह अलंकार कविता के विचारों और तात्पर्यों को और भी गहरा बनाने के लिए किया जाता है। इसमें अंतरंग तत्त्व, उल्लंघन, पराम्परिक प्रतिष्ठा, प्रकृति-मिथुन, अपवाद आदि शामिल होते हैं।
  3. अर्थबोधन अलंकार: यह अलंकार अर्थों के विभिन्न पहलुओं को बोधित करने के लिए किया जाता है। इसमें द्वंद्व, यमक, रूपक, उपमान, उपमिता आदि शामिल होते हैं।
  4. वृत्ति अलंकार: यह अलंकार शब्दों की विविधता और उनके विभिन्न अर्थों के प्रदर्शन के लिए किया जाता है। इसमें अनुश्लेषण, इश्कालंकार, अपभ्रंश, वृत्तान्त, अप्रत्यय, वक्रता, आदि शामिल होते हैं। Ornament अलंकार क्या है :

शब्दा अलंकार के भेद

शब्द अलंकार कविता में शब्दों के रूप, उपयोग, और व्यवस्था के माध्यम से विविधता, सौंदर्य और भावनाओं को प्रकट करने के लिए किए जाते हैं। शब्द अलंकार के विभिन्न भेद होते हैं जो निम्नलिखित हैं:

  1. यमक: इसमें दो पदों में एक ही शब्द का प्रयोग दोनों पदों के विभिन्न अर्थों में होता है। यह शब्द अलंकार प्रकार भी व्याकरणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होता है। Ornament अलंकार क्या है :
  2. तत्सम और तद्भव: तत्सम शब्द विदेशी शब्दों के भारतीय भाषाओं में आये हुए रूप होते हैं, जबकि तद्भव शब्द उनके मूल शब्दों के भारतीय भाषाओं में आये हुए रूप होते हैं।
  3. अनुप्रास अलंकार: इसमें किसी वाक्य या पद में विशेष ध्वनि के उपयोग से सौंदर्य और मधुरता को बढ़ावा दिया जाता है।
  4. संधि अलंकार: यह अलंकार विभिन्न शब्दों के विकरण और विभक्ति दीर्घ एवं ह्रस्व ध्वनियों के परिणामस्वरूप होता है।
  5. समास अलंकार: समास अलंकार में दो या दो से अधिक शब्दों का संयोजन होता है, जिससे वाक्य को संक्षिप्त और प्रभावशाली बनाया जा सकता है। Ornament अलंकार क्या है :
  6. अपभ्रंश: इसमें शब्दों के विकरण और विभक्ति में उच्चारण अंतर होने से उनके तद्भव शब्दों के साथ मिलान किया जाता है।
  7. उपमा: इसमें दो वस्तुओं के बीच तुलना की जाती है ताकि एक की गुणवत्ता और दूसरे की गुणवत्ता का पता चल सके।
  8. उपमिति: इसमें उपमा के साथ कोई विशेष गुणवत्ता या विशेषता की बात करने का प्रयास किया जाता है।
  9. अपवाद: इसमें एक शब्द के विभिन्न अर्थों की तुलना की जाती है ताकि व्याकरणिक अनुपात बनाया जा सके।
  10. अनुश्लेषण: इसमें किसी वाक्य के अंत में किसी शब्द का पुनरावृत्ति किया जाता है।
  11. इश्कालंकार: यह अलंकार एक शब्द के प्रत्येक वर्ण के साथ एक विशेष वर्ण जोड़ने द्वारा विशेष रूप से ध्वनियों को आकर्षित करने का प्रयास करता है।
  12. अश्लेषः: इसमें किसी शब्द के अंलकार । Ornament अलंकार क्या है :

यमक अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण :

यमक अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण :

यमक अलंकार की परिभाषा: यमक अलंकार में दो पदों में एक ही शब्द का प्रयोग दोनों पदों के विभिन्न अर्थों में होता है, जिससे वाक्य को आकर्षक बनाने का प्रयास किया जाता है। Ornament अलंकार क्या है :

यमक अलंकार के उदाहरण:

  1. अरे बैल, आप तो कान्हा की तरह खेतों में घूमते हो!
  2. उसके आँखों में चाँद था, जब वह उससे मिली।
  3. ये कहाँ की रात है, तुम्हारे आँचल की रात है।
  4. वो बड़े दिनों बाद मिला, ख़बरीला था मिलते ही।
  5. समुंदर की लहरों ने ख़ुद को समुंदर समझ लिया।
  6. उसकी मुस्कान में छुपी थी मोहब्बत की दास्तान।
  7. वह ख़ुदा के रास्तों में ग़ुम हो गए थे।
  8. शहर की रौशनी में बदन की रोशनी बिखर जाती है।
  9. उसकी आँखों में बसी थी वो प्यार की कहानी।
  10. समय बर्बाद कर चुका है, वक़्त तुम्हारे बदल देगा।
  11. जब बादलों ने अपने आँचल से धरती को लपेट लिया।
  12. उसने अपने आँचल में छिपाया हुआ था सुख-सागर।
  13. मेरे दिल की धड़कन गिटार की तरह बजती है।
  14. वो मेरे ख्वाबों में आकर मेरी जिंदगी सजाती है।
  15. उसकी बातों में चुप्पी और बोलने की दहलीज़ थी।
  16. आपके चेहरे पर छुपा था ख़ुशी का सूरज।
  17. उसकी मुस्कान ने मेरे दिल को ख़ुदा से मिला दिया।
  18. वो मेरे ख्वाबों की सवारी में सवार रहे थे।
  19. समय की बर्बादी से हमें ख़बर नहीं थी।
  20. उसकी आँखों में ख़ुदा की तस्वीर दिखती थी। Ornament अलंकार क्या है :

अनुप्रास अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण :

अनुप्रास अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण : Ornament अलंकार क्या है :

अनुप्रास अलंकार की परिभाषा: अनुप्रास अलंकार में किसी वाक्य या पद में विशेष ध्वनि के उपयोग से सौंदर्य और मधुरता को बढ़ावा दिया जाता है। इसमें आवश्यकता अनुसार वर्णों के अद्भुत मिलान के द्वारा शब्दों की मधुरता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाता है। Ornament अलंकार क्या है :

अनुप्रास अलंकार के उदाहरण:

  1. दिल दारिया है, बहुत गहरा है। Ornament अलंकार क्या है :
  2. बसेरा तेरे दिल में अब भी है, दर्द कभी तुझे छोड़ नहीं पाता।
  3. मोहब्बत के सिलसिले में उसने दिल बेच दिया।
  4. तुम्हारी बातों में ख़ुशबू सी आती है, जैसे फूलों की महक आती है।
  5. तेरे आँखों में चाँद की तरह चमक है।
  6. वो तेरी मुस्कान के पीछे छुपे दर्द को नहीं जानते।
  7. समय की दहलीज़ पर तुझसे मिलकर हमें ख़ुशी होती है।
  8. तेरी आवाज़ में गीतों की तरह मधुरता है।
  9. हमारी मुलाकात में तेरे आँखों में जो ख़ासी बात होती है, वो अलग होती है।
  10. तेरी हँसी की ख़बर सबको हो जाती है।
  11. उसकी आवाज़ में बहुत गहराई है, जैसे समुंदर की लहरें।
  12. तेरी बातों में एक ख़ास सी छाया होती है, जो दिल को बहुत शांति देती है।
  13. तुझे देखकर दिल की धड़कनें तेज़ हो जाती हैं।
  14. तेरी मुस्कान में छुपी हुई ख़ुशी का आलम होता है।
  15. उसकी बातों में सोने की तरह की मिठास होती है।
  16. तेरी आँखों में सब कुछ छिपा होता है, जो सिर्फ मैं ही समझ सकता हूँ।
  17. वो तेरी आवाज़ में छिपी हुई ख़ुशी को नहीं जानते।
  18. तेरे होते हुए भी तेरी यादों की बदली तरह चमक होती है।
  19. तेरी बातों का असर दिल में होता है, जैसे सजने की धारा बहती हो।
  20. वो तेरे मुस्कान में छुपी हुई ख़ुशी को सबकुछ समझते हैं। Ornament अलंकार क्या है :

उपमा अलंकार की परिभाषा एंव 10-10 उदाहरण :

उपमा अलंकार की परिभाषा एंव 10-10 उदाहरण :

उपमा अलंकार की परिभाषा: उपमा अलंकार में एक वस्तु को दूसरी वस्तु के साथ तुलित करके उनके गुण, दोष, धर्म आदि की तुलना की जाती है, ताकि पाठकों को विषय की समझ में मदद हो और अधिक विवरणशीलता मिले। Ornament अलंकार क्या है :

उपमा अलंकार के उदाहरण:

  1. उसकी मुस्कान सूरज की तरह चमकती है।
  2. वह बालक चीता की तरह दौड़ रहा था।
  3. उसकी बुद्धि समुंदर की तरह अनन्त है।
  4. उसके आँखों की चमक तारों की तरह होती है।
  5. उसकी आवाज़ मधु को भी पीने की इच्छा दिलाती है।
  6. वह लड़का वायु की तरह अस्थिर है।
  7. उसकी आँखों का आलम बहुत ही दुखद है, जैसे किसी अनजाने ख़त का।
  8. उसकी हंसी गंगा की धारा की तरह अनन्त है।
  9. उसका दिल संगीत की तरह हर किसी को मोहित कर देता है।
  10. उसकी वाणी जैसे मधुमक्खी की तरह मिठास से भरी होती है।

श्लेष अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण :

श्लेष अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण :

श्लेष अलंकार की परिभाषा: श्लेष अलंकार में किसी शब्द के विभिन्न अर्थों की तुलना की जाती है ताकि वाक्य को और भी गहरा अर्थ मिले और उसकी भावनाओं को बढ़ावा मिले। Ornament अलंकार क्या है :

श्लेष अलंकार के उदाहरण:

  1. उसके आँखों से निकली जो बातें, वो सच की कहानी थी।
  2. उसके दिल में जो आग थी, वो व्यक्ति को असहाय बना देती थी।
  3. वो शब्दों में छिपे अर्थ को समझने का यत्रा करता था।
  4. उसके होंठों से निकले वो गीत, उसकी आवाज़ में छिपे भावनाओं को प्रकट करते थे।
  5. वो दिल की धड़कनों की तरह मेरे साथ थे, हमारी यात्रा में बस एक ही मंजिल थी।
  6. उसकी हँसी में छिपी ख़ुशी की बातें बिना शब्दों के समझ आती थी।
  7. वो मेरे दिल की गहराईयों में छुपे हुए राज को समझ गए थे।
  8. उसकी आँखों की चमक में छिपे ख़्वाब मेरे सामने आ गए थे।
  9. वो उस वक़्त की यादों की तरह मेरे दिल में छिपे रहे।
  10. उसकी मुस्कान में छिपी जो मजाक़ होता, वो सबके दिलों को छू जाता।
  11. वो उसकी बातों के द्वारा जो सच्चाई छिपी थी, मेरे सामने आ गई।
  12. उसकी आवाज़ में छिपी रोमांस की कहानी सबको बता दी।
  13. वो उसकी आँखों की दीप्ति में छिपी सच्चाई को समझ लिया।
  14. उसकी बातों की ताक़त में छिपा था उसका आत्मविश्वास।
  15. वो उसकी तुलना में जो बेजोड़ थे, वो सबके सामने आ गए।
  16. उसकी हँसी की गहराई में छिपी दुःख की तस्वीर समझ आ गई।
  17. वो उसकी बातों के द्वारा जो सोच छिपी थी, वो सबको पता चल गया।
  18. उसकी आवाज़ की मधुरता में छिपी हुई शांति को मैंने महसूस किया।
  19. वो उसकी आँखों की गहराई में छिपी बेखुदी को समझते > Ornament अलंकार क्या है :

अर्था अलंकार की परिभाषा एंव 15-15 उदाहरण

अर्था अलंकार की परिभाषा एंव 15-15 उदाहरण :

अर्था अलंकार की परिभाषा: अर्था अलंकार में किसी शब्द को उसके आवश्यक अर्थ से बाहर निकालकर उसके अधिकारित अर्थ का प्रयोग किया जाता है, ताकि वाक्य की विविधता और परिपूर्णता बढ़ सके। Ornament अलंकार क्या है :

अर्था अलंकार के उदाहरण:

  1. उसकी आँखों में अंगारे जल रहे थे। (अंगारे: आवश्यक अर्थ – आग के दाने, अधिकारित अर्थ – प्रेम के भाव)
  2. उसकी दिल की धड़कनें गाने लगी। (गाने: आवश्यक अर्थ – गाते हुए ध्वनि, अधिकारित अर्थ – बड़ी तेज़ धड़कनें)
  3. वह सोचता है दिल वाली बातें करूँगा। (दिल वाली बातें: आवश्यक अर्थ – रोमांटिक बातें, अधिकारित अर्थ – सरल बातें)
  4. उसकी मुस्कान के पीछे आवाज़ छिपी होती है। (आवाज़: आवश्यक अर्थ – ध्वनि, अधिकारित अर्थ – आवज)
  5. उसके बाल गुलाबी फूलों की तरह खिल रहे थे। (गुलाबी फूलों: आवश्यक अर्थ – गुलाब के फूल, अधिकारित अर्थ – सुंदर और आकर्षक) Ornament अलंकार क्या है :
  6. उसके आगे चलते जाना जैसे अदृश्य हो जाता है। (अदृश्य: आवश्यक अर्थ – जो दिखाई नहीं देता, अधिकारित अर्थ – सुबह चलते जाना)
  7. वह उसके पीछे बहुत दौड़ता है, जैसे खुद रिक्शा का पायलट हो। (रिक्शा का पायलट: आवश्यक अर्थ – वाहन का चालक, अधिकारित अर्थ – साथी)
  8. उसके बाल बर्फ की तरह सफेद हो रहे थे। (बर्फ: आवश्यक अर्थ – बर्फ, अधिकारित अर्थ – सफेद)
  9. वह उसकी बातों को सुनकर हँसता रहता है, जैसे मधुशाला का मस्ती जामकर हो। (मधुशाला: आवश्यक अर्थ – प्रिय मंदिर, अधिकारित अर्थ – पीने की जगह)
  10. उसकी आँखों में अब वो बातें नहीं बचीं, जो पहले छुपी रहती थीं। (बातें: आवश्यक अर्थ – विचार, अधिकारित अर्थ – आवज़ की तरह की कुछ ध्वनियाँ)
  11. वह उसके बिना बिते हुए वक़्त की बात करता है, जैसे उसका आवाज़ समय की आवज़ हो। (समय की आवज़: आवश्यक अर्थ – घड़ी की

उपमा अलंकार की परिभाषा एंव 10-10 उदाहरण

उपमा अलंकार की परिभाषा: उपमा अलंकार में एक वस्तु को दूसरी वस्तु के साथ तुलित करके उनके गुण, दोष, धर्म आदि की तुलना की जाती है, ताकि पाठकों को विषय की समझ में मदद हो और अधिक विवरणशीलता मिले। Ornament अलंकार क्या है :

उपमा अलंकार के उदाहरण:

  1. उसकी मुस्कान सूरज की तरह चमकती है।
  2. वह बालक चीता की तरह दौड़ रहा था।
  3. उसकी बुद्धि समुंदर की तरह अनन्त है।
  4. उसके आँखों की चमक तारों की तरह होती है।
  5. उसकी आवाज़ मधु को भी पीने की इच्छा दिलाती है।
  6. वह लड़का वायु की तरह अस्थिर है।
  7. उसकी आवाज़ में बहुत गहराई है, जैसे समुंदर की लहरें।
  8. वह शब्दों में छिपे अर्थ को समझने का यत्रा करता है।
  9. उसकी मुस्कान में छिपी हुई ख़ुशी का आलम होता है।
  10. वह उस वक़्त की यादों की तरह मेरे दिल में छिपे रहे। Ornament अलंकार क्या है :

उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहरण

उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा: उत्प्रेक्षा अलंकार में किसी वाक्य में दो शब्दों के बीच सम्बन्ध बताने के लिए उन शब्दों का विस्तार किया जाता है, ताकि पाठक को समझने में मदद मिले। Ornament अलंकार क्या है :

उत्प्रेक्षा अलंकार के उदाहरण:

  1. सीता वनवास गई, श्रीराम पतिव्रता पति।
  2. वह विद्या के सागर में डूब गया, उसकी ज्ञानभरी बातों में।
  3. गंगा नदी के किनारे बसी अस्मिता, वहाँ के लोग गर्व में जीते हैं।
  4. मेरे दिल की धड़कन तेरे नाम के पहलू में बसी हुई है।
  5. उसके आँखों की चमक सूरज की किरणों की तरह थी।
  6. वह सचमुच ज्ञान की दिशा में पथिक है, उसके विचार ने उसकी यात्रा को आगे बढ़ा दिया।
  7. उसका मन तारों की तरह उदास था, उसके दिल में कुछ खोये हुए सपने थे।
  8. उसके होंठों से निकली बातें बिना शब्दों के समझ में आती थीं।
  9. उसकी मुस्कान छाये की तरह खुशियाँ बिखरा देती है।
  10. वह उसके सपनों की दुनिया में खो गया, जैसे एक बच्चा खेलते खेलते खो जाए।
  11. उसकी आवाज़ में छिपे भाव को सुनकर सब हैरान हो गए।
  12. वह उसकी खुशी की तस्वीर में खुद को खो गया, जैसे वह उस खुशी का ही हिस्सा बन गया हो।
  13. उसके आँखों की चमक बिजली की तरह आयी, उसकी आवाज़ बारिश की बूंदों की तरह बहती थी।
  14. वह उसके साथ चलता है, जैसे वह साथी ही नहीं, बल्कि उसका साया भी हो।
  15. उसकी आँखों में छिपे रहस्यों का पर्दा हो गया, जैसे उसने अपने दिल की बातें सबके सामने रख दी हो।

अतिश्योक्ति अलंकार की परिभाषा एंव 20-20 उदाहारण

अतिश्योक्ति अलंकार की परिभाषा: अतिश्योक्ति अलंकार में एक वाक्य में किसी शब्द, वाक्यांश या वाक्य को अत्यधिक रूप से वृद्धि करके प्रकट आवश्यकता या आवश्यकता से अधिक भावनाओं को व्यक्त करने का कारण किया जाता है। Ornament अलंकार क्या है :

अतिश्योक्ति अलंकार के उदाहारण:

  1. उसका दर्द बेहद गहरा था, जैसे कि सारा जगत उसके दर्द में विलीन हो गया हो।
  2. उसकी माँ की चिड़ीयाघर में छिपी खुशबू से पूरी गली महक उठी थी।
  3. उसकी आँखों की चमक सूरज की तरह चमक रही थी, जो हर दिशा में रौशनी दिखा रहा था।
  4. उसके मुस्कान का प्रकाश सबके दिलों को आभासित हो रहा था, जैसे उसकी मुस्कान ही उनकी आत्मा को छू रही हो।
  5. उसकी आवाज़ का संगीत सितारों के समृद्ध वन में बज रहा था, जिससे उसकी आवाज़ में दिव्यता की भावना आ रही थी।
  6. उसकी बातों का माधुर्य मधु की तरह असीम था, जिससे सभी कानों को उसकी बातों की आकर्षणा हो रही थी।
  7. उसका हृदय उत्तराधिकारी था, जो सभी भावनाओं की सार्वभौमिकता को दर्शाता था।
  8. वह उसके विचारों के सागर में डूब गया, जैसे कि उसकी आंतरिक विश्वविद्या उसे अत्यधिक गहराईयों में ले जा रही हो।
  9. उसकी मुस्कान का रंग चमकीला था, जिससे वह सभी दिलों को आश्चर्यचकित कर रही थी।
  10. वह उसके दर्द की गहराईयों में समाया हुआ था, जैसे कि उसका दर्द ही उसके आत्मा का एक हिस्सा बन गया हो।
  11. उसकी बातों की तीव्रता अग्नि की तरह थी, जिससे सभी सुनने वाले उसकी बातों के प्रभाव में आ गए थे।
  12. उसकी दिल की धड़कनें ताल की तरह गूंज रही थीं, जिनकी आवाज़ अपने आप में समृद्धि की कथा सुना रही थी।
  13. उसका आत्मविश्वास अविचलनीय था, जैसे कि सूर्य अपनी उच्चता में निरंतर बढ़ता जा रहा हो।
  14. उसकी आँखों की दिव्यता सूर्योदय की किरणों की तरह थी, जिससे वह अपने आस-पास के सभी को आश्चर्यचकित कर रही थी। Ornament अलंकार क्या है :
  15. उसके होंठों की मुस्कान मधुशाला के रस की तरह थी, जो सभी के दिलों को बहला रही थी।
  16. उसके गीत का स्वर सरस्वती की वीणा की तरह था, जिससे सभी सुनने वाले की आत्मा को शांति मिल रही थी।
  17. उसकी माँ की हाथों की छिपी ममता समुद्र की गहराईयों में छिपी हुई थी, जिससे उसकी माँ की भावनाओं की महत्वपूर्णता समझ में आ रही थी।
  18. वह उसकी बातों के पीछे छिपी भावनाओं की तीव्रता को समझ गया, जैसे कि उसने वहाँ के अदृश्य संकेत को सुन लिया हो।
  19. उसकी आवाज़ का रंग सूरज की किरणों की तरह चमक रहा था, जिससे सभी कानों को उसकी आवाज़ के प्रभाव में आकर्षण हो रही थी।
  20. उसका हाथ उसके दोस्त की मदद के लिए सदैव तैयार रहता था, जैसे उसका हाथ ही उसके दोस्त का सहायक हो। Ornament अलंकार क्या है :

प्रश्न: अलंकार क्या है?

उत्तर: अलंकार एक शब्द, वाक्य या पद की सुंदरता, रचनात्मकता और भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए भाषा की विभिन्न रूपों का उपयोग करने की कला है।

प्रश्न: अलंकार कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर: अलंकार कुल मिलाकर २६ प्रकार के होते हैं।

प्रश्न: शब्द-अलंकार क्या होता है?

उत्तर: शब्द-अलंकार में शब्दों के रूप, विभक्तियाँ, पुनरावृत्ति, समानार्थक शब्दों का प्रयोग आदि का उपयोग करके भाषा को रचनात्मकता और छवि दी जाती है।

प्रश्न: यमक अलंकार क्या होता है?

उत्तर: यमक अलंकार में किसी शब्द का दो अर्थों में प्रयोग करके भाषा की रचनात्मकता बढ़ाई जाती है।

प्रश्न: अनुप्रास अलंकार क्या होता है?

उत्तर: अनुप्रास अलंकार में किसी वाक्य या पद के पहले वर्ण को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष वर्ण का पुनरावृत्ति किया जाता है।

प्रश्न: उपमा अलंकार क्या होता है?

उत्तर: उपमा अलंकार में एक वस्तु को दूसरी वस्तु के साथ तुलित करके उनके गुण, दोष, धर्म आदि की तुलना की जाती है।

प्रश्न: श्लेष अलंकार क्या होता है?

उत्तर: श्लेष अलंकार में किसी वाक्य में किसी शब्द को दूसरे शब्द के साथ जोड़कर उनके अर्थ में सामंजस्य दोष या गुण बताया जाता है।

प्रश्न: अर्था अलंकार क्या होता है?

उत्तर: अर्था अलंकार में किसी शब्द को उसके आवश्यक अर्थ से बाहर निकालकर उसके अधिकारित अर्थ का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न: उत्प्रेक्षा अलंकार क्या होता है?

उत्तर: उत्प्रेक्षा अलंकार में किसी वाक्य में दो शब्दों के बीच सम्बन्ध बताने के लिए उन शब्दों का विस्तार किया जाता है।

प्रश्न: क्या अलंकार केवल काव्य में ही प्रयुक्त होते हैं?

उत्तर: नहीं, अलंकार केवल काव्य में ही प्रयुक्त नहीं होताहै

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